
दिन था 23 दिसंबर 2019। यह वहीं दिन था जब विराट कोहली ने बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में शानदार शतक जमाया। यह उनके इंटरनेशनल करियर का 70वां शतक था। उम्र थी महज 31 साल। तब क्रिकेट में रुचि रखने वाला हर आम और खास इस बात पर सहमत था कि विराट सबसे ज्यादा शतक जमाने के मामले में सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ देंगे। सचिन ने 40 साल की उम्र तक क्रिकेट खेली थी और 100 शतक जमाए थे।
तभी ऐसी अनहोनी शुरू हो गई जिसका अनुमान किसी ने नहीं लगाया था। हर तीसरे-चौथे मैच में शतक जमाने वाला विराट का बल्ला खामोश होने लगा। शतक आने बंद हो गए। उनके शतक का सूखा करीब 3 साल तक चला। जो फैन और एक्सपर्ट विराट के शतकों की गारंटी दिया करते थे वे उन्हें रिटायर होने की सलाह देने लगे।
आखिरकार पिछले साल सितंबर में एशिया कप के दौरान यह सूखा खत्म हुआ। विराट ने अफगानिस्तान के खिलाफ टी-20 मैच में शतक जमा दिया। अब उन्होंने पिछले चार वनडे मैचों में से तीन में 100 का आंकड़ा पार कर लिया है। विराट फॉर्म में लौट आए हैं और इसके साथ ही यह बहस भी वापस लौट आई है कि क्या वे 100 शतकों का आंकड़ा पार कर पाएंगे? इस स्टोरी में हम इसी सवाल का जवाब ढूंढने की कोशिश करेंगे। विराट के ही अब तक करियर से ही जवाब हासिल करने का फॉर्मूला भी तलाशेंगे।
पांच साल पुरानी फॉर्म मिल जाए तो राह बिल्कुल आसान
क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट को मिलाकर विराट हर शतक के लिए औसतन 7.33 पारियां लेते हैं। इस लिहाज से उन्हें 26 शतक के लिए 190 पारियों की जरूरत होगी। उन्होंने अपने 16 साल के करियर में हर साल औसतन 34 पारियां खेली हैं। इस हिसाब से 190 पारियों के लिए उन्हें करीब साढ़े 5 साल और खेलना होगा। बिल्कुल मुमकिन है कि वे 5 साल और खेल जाएं। हालांकि, अगर वे अपनी पांच साल पुरानी फॉर्म हासिल कर लें तो अगले तीन साल में ही शतकों की सेंचुरी पूरी कर सकते हैं।
विराट ने साल 2017 और 2018 मिलाकर 99 पारियों में ही 22 शतक जमा दिए थे। यानी हर 4.5 पारी में 1 शतक। इस स्पीड से वे फिर शतक बनाने लगें तो करीब 117 पारियों में ही वे 26 शतक और जमा देंगे। यानी अगले तीन साल में। साल 2026 तक। विराट हाल-फिलहाल जैसी बल्लेबाजी कर रहे हैं इससे पूरे संकेत मिलते हैं कि वे 2017-2018 जैसी फॉर्म में वापस लौट रहे हैं।