BusinessNationalबड़ी खबरविदेशविश्व समाचार

Rupee Vs Dollar: रुपये में मजबूती, डॉलर के मुकाबले 67 पैसे चढ़कर 82.14 पर आया

लगातार गिर रही भारतीय करेंसी में कुछ रिकवरी देखी जा रही है. पिछले ट्रेडिंग सेशन यानी मंगलवार को जहां रुपया डॉलर के सामने 7 पैसे की तेजी के साथ बंद हुआ था

Rupee VS Dollar: लगातार गिर रही भारतीय करेंसी में कुछ रिकवरी देखी जा रही है. पिछले ट्रेडिंग सेशन यानी मंगलवार को जहां रुपया डॉलर के सामने 7 पैसे की तेजी के साथ बंद हुआ था वहीं आज इसमें जोरदार उछाल देखा गया है. आज एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में 67 पैसे का उछाल देखा गया है और ये 82.14 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया है. डॉलर की कीमत में सुस्ती के चलते रुपया आज चढ़कर कारोबार कर रहा है।

पिछले ट्रेडिंग सेशन में थी हल्की तेजी

पिछले ट्रेडिंग सेशन में डॉलर के सामने रुपया 82.81 के लेवल पर बंद हुआ था और आज शुरुआती ट्रेड में ही इसमें 82.14 रुपये प्रति डॉलर के लेवल देखे गए हैं. कल यानी बुधवार को फॉरेक्स मार्केट दीवाली बलि प्रतिप्रदा के अवसर पर बंद रहे थे।

रुपये में आज दिख रही मजबूती इसके ट्रेडर्स को राहत दे रही है. करेंसी मार्केट में आज रुपये को सपोर्ट मिल रहा है जिससे इसके दाम में सुधार देखा जा रहा है. रुपये की चाल आज बेहतर नजर आ रही है।

करेंसी जानकारों का क्या है कहना

इंटरबैंक फॉरेन करेंसी एक्सचेंज में घरेलू करेंसी 82.15 के लेवल पर खुली और मंगलवार को दिखी हल्की तेजी आज भी जारी रही. करेंसी मार्केट के जानकारों का कहना है कि डॉलर इंडेक्स के 110 के लेवल से नीचे जाने पर रुपये को मजबूती मिली और ये बढ़त के साथ खुलने में कामयाब रहा. डॉलर की कीमतों में गिरावट के पीछे कारण बताया जा रहा है कि आगामी महीने यानी नवंबर 2022 में अमेरिका में फेडरल रिजर्व के दरों में उम्मीद से कम बढ़ोतरी का अनुमान है और इस रुझान का असर डॉलर के दाम पर देखा जा रहा है।

आज डॉलर इंडेक्स में क्या है लेवल

डॉलर इंडेक्स को देखें तो इसमें 0.06 फीसदी की तेजी देखी जा रही है और ये 109.76 के लेवल पर कारोबार कर रहा है. हालांकि पिछले कुछ दिनों से डॉलर इंडेक्स की तेजी सीमित हुई है. विश्व की कई करेंसी के मुकाबले डॉलर तेजी से चढ़ रहा है और इसका असर भारतीय करेंसी रुपये पर भी आ रहा है. रुपये में पिछले दिनों 83 रुपये प्रति डॉलर से भी नीचे के स्तर देखे गए थे जिसके बाद इसको लेकर करेंसी जानकारों से लेकर आर्थिक विशेषज्ञों ने गहरी चिंता जताई थी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button