
भारतीय चुनाव आयोग (ECI) का कहना होता है कि वोट +डालना हर व्यस्क का संवैधानिक अधिकार होता है। जो कहीं ना कहीं सही भी है। ऐसे में हमारे जागरूक नागरिक चुनाव (Election) को लेकर काफी जागरूक भी होते है। लेकिन चुनाव के लिए प्रवासी वोटर्स को काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ जाता है। जिसका परिणाम यह होता है कि कुछ प्रवासी वोट के अधिकार से वंचित रह जाते है। क्योंकि कई लोग अपने घर से दूर रहने के कारण वोट नहीं डाल पाते हैं। लेकिन अब ऐसा ना हो इसके लिए चुनाव आयोग ने एक ऐसा समाधान निकाला है,जिससे घर से दूर रहने वाले लोग भी वोट डाल सकेंगे।
दरअसल, चुनाव आयोग (Election commission) ने घरेलू प्रवासी मतदाताओं के लिए दूरस्थ EVM का प्रोटोटाइप विकसित किया, यह एकल बूथ से 72 निर्वाचन क्षेत्रों में दूरस्थ मतदान को नियंत्रित कर सकता है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक चुनाव आयोग ने 16 जनवरी को घरेलू प्रवासी मतदाताओं के लिए रिमोट EVM का शुरुआती मॉडल दिखाने के लिए सभी दलों को आमंत्रित किया है। वहीं इसे लागू करने के लिए कानूनी और प्रशासनिक चुनौतियों पर पार्टियों के विचार भी मांगे गए हैं।
30 करोड़ से ज्यादा मतदाता को होगा इसका फायदा
चुनाव आयोग (Election commission) 30 करोड़ से ज्यादा मतदाताओं के मताधिकार का इस्तेमाल नहीं करने को लेकर चिंतित है। वोटर नई जगह जाने पर कई वजहों के चलते चुनाव में मतदान करने के लिए अपने घरेलू मतदान केंद्र पर नहीं लौट पाता है। घरेलू प्रवासियों का वोटिंग करने में असमर्थ होना चिंता का विषय है।