
रेलवे मंत्रालय ने शहरों में रहने वाले लोगों की आवागमन में सुविधा के लिए बड़ा फैसला लिया है। वंदेभारत ट्रेनों की तर्ज पर शहरों में वंदेभारत मेट्रो ट्रेन चलाई जाएंगी। वंदेभारत मेट्रो सामान्य वंदेभारत ट्रेन की तुलना में थोड़ी अलग होंगी। वंदेभारत मेट्रो उन बड़े शहरों में चलाई जाएगी, जहां पर लोगों का एक स्थान से दूसरे स्थान आवागमन अधिक संख्या में होता है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि वंदेभारत ट्रेन पूरी तरह से सफल है और लोगों को भी खूब पसंद आ रही है। यही वजह है कि अब तक सभी वंदेभारत ट्रेनों से 40 लाख से अधिक यात्री सफर कर चुके हैं। उन्होंने बताया अपनी वंदेभारत विदेशों की तुलना में भी बेहतर है। इसी को ध्यान में रखते हुए शहरों में वंदेभारत मेट्रो चलाई जाएगी। इसकी डिजाइन और टेस्टिंग का काम शुरू हो गया है।
बता दें बजट में रेलवे के लिए 2.40 लाख करोड़ रुपए का प्रस्ताव किया गया है। बजट पेश किए जाने के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी ऐलान करते हुए कहा कि वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Train) की सफलता के बाद अब भारतीय रेलवे 2024-25 तक वंदे मेट्रो ट्रेन (Vande Metro Train) की शुरुआत करेगा। रेल मंत्री ने बताया कि वंदे मेट्रो 125 से 130km की रफ्तार के साथ दौड़ेगी। इसका डिजाइन मुंबई सब-अर्बन की तर्ज पर होगा। हालांकि, वंदे मेट्रो में टॉयलेट की व्यवस्था नहीं होगी।
रेलवे को 70 हजार करोड़ की कमाई की उम्मीद
बजट में भारतीय रेलवे ने अपने आय और व्यय का ब्यौरा भी उपलब्ध कराया है। इसने 2023-24 बजट में यात्रियों से 70 हजार करोड़ रुपए की कमाई का अनुमान लगाया है, जो पिछले बजट सत्र में 64 हजार करोड़ था। वहीं, माल धुलाई से इस साल 1.79 लाख करोड़ रुपए की कमाई होने का अनुमान है, जो पिछले बजट सत्र में 1.65 लाख करोड़ थी।