
बेहद मामूली सी बात अब आग की तरह फैलती जा रही है। कर्नाटक के कॉलेजों में Hijab पहनने के अधिकार को लेकर खड़ा हुआ विवाद अब बढ़ता ही जा रहा है। इस विवाद में अब राहुल गांधी की एंट्री हो चुकी है। एक तरफ जहां बसंत पंचमी पर राहुल ने कुछ कॉलेजों के Hijab उतारकर कॉलेज आने के आदेशों को लेकर निशाना साधा, तो दूसरी तरफ BJP ने उनपर पलटवार किया है।
कर्नाटक में एक सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में छात्राओं को Hijab पहनकर नहीं पहनकर आने के आदेश के बाद से विवाद छिड़ गया। उडुपी के एक कॉलेज में शुरू हुआ विवाद जल्द ही पूरे जिले के अन्य स्कूलों में फैल गया। बाद में कई हिंदू छात्र, जिनमें ज्यादातर लड़के थे, जवाब में भगवा शॉल पहनकर कॉलेज आए। वहीं, इस मुद्दे के अन्य शैक्षणिक संस्थानों में फैलने और हाईकोर्ट के समक्ष आने के बाद मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री बी सी नागेश और शीर्ष सरकारी अधिकारियों के साथ बैठक की। बता दें कि शनिवार(5 फ़रवरी) की सुबह Rahul Gandhi ने ट्वीट कर कहा कि हम भारत की बेटियों के भविष्य को छीन रहे हैं। उन्होंने लिखा, “छात्राओं के Hijab को उनकी शिक्षा के आड़े आने देकर हम भारत की बेटियों का भविष्य छीन रहे हैं, मां सरस्वती सभी को ज्ञान दें। वह भेद नहीं करती।
By letting students’ hijab come in the way of their education, we are robbing the future of the daughters of India.
Ma Saraswati gives knowledge to all. She doesn’t differentiate. #SaraswatiPuja
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 5, 2022
Rahul Gandhi को जवाब देते हुए कर्नाटक बीजेपी ने उन पर “शिक्षा का सांप्रदायिकरण” करने का आरोप लगाया और ट्वीट कर कहा, उन्होंने “एक बार फिर साबित कर दिया कि वह भारत के भविष्य के लिए खतरनाक हैं”। इसके अलावा पार्टी ने पूछा, “यदि शिक्षित होने के लिए हिजाब बहुत जरूरी है, तो Rahul Gandhi कांग्रेस शासित राज्यों में इसे अनिवार्य क्यों नहीं करते?”
कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष नलिन कतील ने कहा, ”राज्य में हमारी भाजपा सरकार है, Hijab या किसी अन्य विवाद के लिए कोई जगह नहीं है। स्कूल सरस्वती मंदिर की तरह है- स्कूल या कॉलेज के नियमों का पालन करना जरूरी है। धार्मिक विवाद में, यह सही नहीं है। हमारी सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। छात्रों को नियमों का पालन करना चाहिए। हम इसे एक और तालिबान राज्य नहीं बनने देंगे।” उन्होंने आगे कहा, “हमारी सरकार हिजाब की इजाजत नहीं देगी। मामला कोर्ट में है, हम फैसले का इंतजार करेंगे और सभी को स्कूल या कॉलेज द्वारा तय किए गए नियमों का पालन करना चाहिए।”
कांग्रेस नेता सिद्धरमैया ने शैक्षणिक संस्थानों में Hijab पहनने के अधिकार पर मुस्लिम लड़कियों का समर्थन किया और भाजपा नेतृत्व वाली सरकार पर हमला किया। सिद्धरमैया ने कहा कि किसी कॉलेज के अंदर वह भी एक सरकारी शैक्षणिक संस्थान में लड़कियों को प्रवेश से इनकार करना, विद्यार्थियों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है। उन्होंने भाजपा पर छात्रों को भगवा शॉल पहनने, इसे मुद्दा बनाने के लिए उकसाने का आरोप लगाया।
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