
मुरैना जिले के पास शनिवार सुबह एक सुखोई-30 और मिराज 2000 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गए हैं। रक्षा सूत्रों के अनुसार, सर्च एंड बचाव कार्य किया जा रहा है। वहीं राजस्थान के भरतपुर शहर से भी एक चार्टर्ड विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर आ रही है। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है। जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने खुद मौके पर पहुंच गए हैं।
इस हादसे में शिकार दोनों फाइटर जेट के पायलट का अभी कोई सुराग नहीं मिला है। उनसे संपर्क करने की कोशिश की जा रही है। एक अनुमान ये भी लगाया जा रहा है कि मुरैना में हुए हादसा दोनों फाइटर जेट के टकराने की वजह से हुआ हो, क्योंकि दोनों की जैट एक ही जगह पर क्रैश हुए हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, पायलट ने समझदारी से जैट को जंगल में क्रैश कराया है। लेकिन अभी भी जान-माल के नुकसान से इनकार नहीं किया जा सकता।
डिफेंस के सूत्रों के मुताबिक, हादसे में वक्त सुखोई-300 में 2 पायलट सवार थे। जबकि मिराज 2000 में 1 पायलट सवार था। ये हादसा हवा में दोनों फाइटर जेट के टकराने से हुआ है या नहीं, इसे पता करने के लिए इंडियन एयरफोर्स कोर्ट ऑफ इंक्वायरी (IAF Court of Inquiry) शुरू कर दी गई है। शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों पायलट सुरक्षित हैं जबकि एक IAF हेलिकॉप्टर तीसरे पायलट के स्थान पर जल्द ही पहुंच रहा है।