
इन दिनों समाजवादी पार्टी (सपा) के नेताओं की साढ़े साती चल रही है, बता दें जब से यूपी में योगी सरकार आई है, तब से समाजवादी पार्टी के नेताओं के ऊपर आफत मंडरा रहा है। बता दें इस वक्त सपा के 3 ताकतवर नेता जेल में बंद हैं। जिनका नाम कुछ इस तरह हैं- इरफान सोलंकी, रमाकांत यादव और दीपनारायण यादव।एक दौर था जब ये सभी का यूपी में बोलबाला थी। इनके नाम का सिक्का मार्केट में चलता था। वहीं इनमें से इरफान और रमाकांत यादव वर्तमान में विधायक हैं। जबकि दीपनारायण यादव पूर्व विधायक हैं। तीनों को सपा प्रमुख अखिलेश यादव का बेहद करीबी भी माना जाता है।
एक वक्त था जब बुंदेलखंड में बैठकर दीपनारायण सपा के लिए रणनीति तय करते थे, वहीं पूर्वांचल में यही काम रमाकांत यादव का था। इसी तरह मध्य में इरफान पार्टी की कमान संभाले हुए थे। लेकिन अचानक से तख्ता पलटा और सभी अर्श से फर्श पर आ गये। वहीं एक बार फिर यूपी की राजनीति में सपा के ये नेता अचानक से फिर चर्चा में आ गये हैं। इसकी वजह भी कुछ खास है। पहली- अखिलेश की जेल में इनसे मुलाकात। दूसरी- दीपनारायण यादव की 237 करोड़ की संपत्ति जब्त हुई है। तीसरी- इरफान को कानपुर से महराजगंज जेल में शिफ्ट किया गया।
26 दिसंबर को अखिलेश यादव झांसी जेल में बंद सपा के पूर्व विधायक दीपनारायण यादव से मिलने पहुंचे। जेल से बाहर निकलने पर उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार ने न्याय व्यवस्था खत्म कर दी है। सपा कार्यकर्ताओं की पहचान करके झूठे मुकदमे लगाकर जेल भेजा जा रहा है। अधिकारियों पर दबाव बनाकर ही दीपनारायण को जेल भेजा गया है।”
दीपनारायण के 100 फ्लैट और 23 गाड़ियां जब्त
इसके 8 दिन बाद यानी 3 जनवरी को दीपनारायण की आरटीओ ऑफिस के पास बनी आलीशान कोठी, स्पेस मून सिटी कॉलोनी का विला, 100 फ्लैट, लग्जरी गाड़ियों, जेसीबी समेत 23 गाड़ियों को कुर्क कर दिया गया। इसके अलावा 10 बैंक खातों को भी सीज कर दिया गया। दीपनारायण की इसके पहले भी 130 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई थी।