CrimeDELHIHEADLINESNationalPoliticspunjabTelevisionTop Storiesउत्तर प्रदेशजरूर पढ़ेटेक न्यूज़ताजा खबरदिल्लीदेशबड़ी खबरविश्व समाचारसियासतस्पोर्ट्स
Trending
पहलवानों से यौन शोषण केस में दिल्ली पुलिस की जांच तेज,बृजभूषण शरण सिंह पुलिस के सामने पेश ,जांच के लिए SIT बनाई

FM NEWS – पहलवानों से यौन शोषण केस में दिल्ली पुलिस की जांच अब तेज हो गई है. यौन शोषण के आरोपों में घिरे भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने शुक्रवार को दिल्ली पुलिस के सामने पेश होकर अपने बयान दर्ज कराए हैं. इस दौरान पुलिस की ओर से किए गए सवाल-जवाबों के दौरान उन्होंने सभी आरोपों को नकारते हुए खुद को बेगुनाह बताया है.
वहीं दूसरी ओर, महिला पहलवानों से संबंधित मामलों की विस्तार से तफ्तीश करने के लिए दिल्ली पुलिस ने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. एसआईटी में कई अलग-अलग ब्रांच के पुलिस अधिकारियों को भी शामिल किया गया है. महिला पहलवानों द्वारा दर्ज शिकायत के आधार पर कई राज्यों में जाकर इस केस से जुड़े इनपुट्स एकत्रित किए जा रहे हैं.
बता दें कि, पहलवान 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं. उन्होंने डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष तथा उत्तर प्रदेश से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल को एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायतों के आधार पर बृजभूषण के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की थी. पुलिस ने मामले में एक नाबालिग लड़की सहित सभी सात शिकायतकर्ताओं के बयान दर्ज किए हैं.
रेसलर्स के समर्थन में खापों की चेतावनी:20 मई से पहले बृजभूषण की गिरफ्तारी करें, वर्ना 21 से बड़ा आंदोलन
जंतर-मंतर पर चल रहा पहलवानों का धरना दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. पहलवानों के धरने का आज 20वां दिन है. किसानों और खा के जुड़ने के बाद प्रदर्शन में भीड़ भी बढ़ने लगी है. प्रदर्शनकारी पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपों में घिरे भारतीय कुस्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह को पद से हटाने और उनकी गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं. बीती सप्ताह हुई किसानों और खापों की महापंचायत ने सरकार को बृजभूषण पर फैसला लेने के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम दिया था.
कुश्ती महासंघ के प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों की ओर से लगाए गए आरोपों पर दिल्ली पुलिस ने अहम कदम उठाया है. महिला पहलवानों से संबंधित मामलों की विस्तार से तफ्तीश करने के लिए दिल्ली पुलिस ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. एसआईटी में कई अलग-अलग ब्रांच के पुलिस अधिकारी को भी शामिल किया गया है. महिला पहलवानों द्वारा दर्ज शिकायत के आधार पर कई राज्यों में जाकर इस केस से जुड़े इनपुट्स को एकत्रित किया जा रहा है.
देश के कई नामचीन पहलवानों ने बृजभूषण पर महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न और जान से मारने की धमकी देने के आरोप लगाए हैं. | जनवरी 2022 में सरकार की ओर से जांच समिति के गठन के बाद पहलवानों ने प्रदर्शन समाप्त कर दिया था, लेकिन जांच समिति के काम करने के तरीके से नाखुश होकर पहलवान भी धरने पर बैठ गए हैं..
दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ दो प्राथमिकियां दर्ज की हैं, जिनमें से एक पॉक्सो (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण) की धारा 10 से भी संबंधित है. दिल्ली पुलिस ने इसी सप्ताह एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों के बयान दर्ज किए हैं. नाबालिग पहलवान ने बुधवार को दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 164 के तहत एक मज्ट्रिरेट के समक्ष भी अपना बयान दर्ज कराया. इससे पहले प्रदर्शन के 18वें दिन गुरुवार को पहलवानों ने अपने बाजुओं और माथे पर काली पट्टी बांधकर अपना रोष जताया. जंतर-मंतर पर विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और अन्य पहलवानों ने काली पट्टी बांधी तथा 11 मई को ‘काला दिवस’ करार दिया,अन्य समर्थकों ने भी अपनी बाजुओं पर काली पट्टी बांधी.