
भारत में जहां इन दिनों चारों तरफ ठंड का माहौल है वहीं गुजरात का पारा चढ़ा हुआ है। बतादें कि जब से गुजरात में चुनाव की घोषणा की गयी है तब से गुजरात का पारा हाई है। वहींं इस माहौल में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे आग में घी डालने का काम कर रहे है खड़गे के निशाने पर एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ गये है। बतादें कि अहमदाबाद में सोमवार को जनसभा के दौरान खड़गे ने कहा कि क्या रावण की तरह मोदी के 100 मुख हैं? मुझे समझ नहीं आता।वहीं इसके पहले रविवार को सूरत में जनसभा के दौरान खड़गे ने खुद को अछूत और प्रधानमंत्री मोदी को झूठों का सरदार बनाया था।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि पीएम मोदी आरोप लगाते हैं कि कांग्रेस ने 70 सालों तक कुछ किया ही नहीं, अरे कांग्रेस ने ही तो लोकतंत्र दिया और आप पीएम बने । गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election) कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) से समय निकालकर प्रचार करने पहुंचे, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Congress President Mallikarjun Kharge) ने भी गुजरात में 27 नवंबर को जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर हमला किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर भी तंज कसा। खड़गे ने पीएम मोदी के चाय बेचने का जिक्र कर खुद को अछूत भी कह दिया।
बेहराम पुरा में जनसभा के दौरान खड़गे ने कहा- प्रधानमंत्री बोलते हैं कि कहीं और मत देखो। मोदी को देखकर वोट दो। कितनी बार तुम्हारी सूरत देखें? हमने कॉरपोरेशन चुनाव तुम्हारी सूरत देखी। MLA चुनाव में, MP इलेक्शन में सूरत देखी। हर जगह पर, क्या रावण की तरह आपके 100 मुख हैं। मुझे समझ नहीं आता।
भाजपा बोली- चुनाव का दबाव नहीं सह पा रहे खड़गे
BJP IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने मंगलवार को कहा कि खड़गे गुजरात विधानसभा चुनाव का प्रेशर नहीं सह पा रहे हैं। प्रवक्ता शाहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस ने वही किया, जिसमें वो पारंगत है। फिर वह एक व्यक्ति को गाली दे रही है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के पद का असम्मान करना भी शुरू कर दिया है। खड़गे का बयान संयोग नहीं है, यह वोट बैंक के लिए है। वो स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं कि एक चायवाला प्रधानमंत्री बन गया है।
सूरत में कहा था- हम अछूत, तुम्हारी चाय कोई पीता तो है
खड़गे ने सूरत की सभा में जो कुछ कहा, उसे हम ज्यों का त्यों यहां पेश कर रहे हैं। खड़गे बोले, “आपके जैसा आदमी, जो हमेशा क्लेम करते हैं, मैं गरीब हूं। अरे भाई, हम भी गरीब हैं। हम तो गरीब से गरीब हैं। हम तो अछूतों में आते हैं। कम से कम तुम्हारी चाय तो कोई पीता है, मेरी चाय भी नहीं पीता कोई। और फिर आप बोलते हैं- मैं गरीब हूं। मेरे को किसी ने गालियां दीं, मेरी तो हैसियत क्या है।”