
नई दिल्ली । यमुना एक्सप्रेसवे पर लाल बैग में मिले लड़की के शव का दिल्ली पुलिस ने खुलासा कर दिया है, पुलिस ने पूरे मामले की जानकरी देते हुए बताया कि बेटी आयुषी के पिता नितेश यादव ने अपने लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मारी जिसमें उनकी पत्नी भी शामिल रही. युवती का मोबाइल फोन बरामद कर लिया गया है. वहीं आयुषी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी दिल्ली पुलिस के हाथ में आ गई. जिसमें लड़की को पहले फांसी से मारा गया उसके बाद सिर और सीने में गोली मारी गई.सिर की गोली फंस गई. सीने में लगी गोली आर-पार हो गई. मां ने बताया हत्या की वजह– लड़की ने अपने साथ पढ़ रहे लड़के से पिछले साल घरवालों से बिना बताए शादी कर ली. मना करने के बाद भी लड़के से मिलती थी जिसके बाद पिता ने गुस्से में आकर ऐसा किया.आयुषी दिल्ली के देहली ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में बीसीए की छात्रा थी।
जिस युवक छत्रपाल से एक साल पहले आयुषी की शादी हुई, उस युवक को राया पुलिस पूछताछ के लिए बुलाएगी। हालांकि पुलिस शुरूआत में बुलाने वाली थी, पर हत्याकांड के खुलासे में व्यस्त रही पुलिस उसे बुलवा नहीं सकी। जल्द ही युवक को बुलवाकर आयुषी की कुछ जानकारियां हासिल करेगी।
जिस लाइसेंसी रिवाल्वर से अपनी बेटी आयुषी को गोली मारकर हत्या की, उसका आर्म्स लाइसेंस देवरिया से बना हुआ है। 2003 में नितेश यादव के नाम से जारी हुआ है। उस समय नितेश करीब 25 साल के थे। अब उसकी उम्र करीब 44 साल है। देवरिया के गांव सोनाड़ी, थाना भलुअनी के मूलत: रहने वाले नितेश के इस कृत्य की हर तरफ निंदा हो रही है।
इस मामले का खुलासा करने में एसएचओ राया ओमहरि वाजपेयी, स्वॉट टीम प्रभारी अजय कौशल, सर्विलांस प्रभारी विकास कुमार, एसआई हरेंद्र कुमार, बिचपुरी चौकी प्रभारी विनय कुमार, मांट टोल चौकी प्रभारी रजत दुबे, संजीव कुमार, राहुल कुमार, राघवेंद्र, गोपाल, आशीष तिवारी, सोनू भाटी, अभिजीत कुमार, रमन चौधरी, राहुल बालियान, सुदेश कुमार शामिल रहे।