
देश में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में पथराव की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। विशाखापट्टनम (Visakhapatnam) में हरी झंडी दिखाए जाने से पहले ही 11 जनवरी को ट्रेन में पथराव हुआ। 19 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे देश को समर्पित करने वाले थे। डीआरएम के मुताबिक, घटना कांचरापलेम के पास मेंटेनेंस के दौरान हुई है। वंदे भारत एक्सप्रेस के एक कोच का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया। मामले में केस दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच की जा रही है।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि घटना शाम 6:30 बजे की है। दो खिड़की के शीशे पूरी तरह से टूट गए और उन्हें जल्द ही बदल दिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि कुछ संदिग्धों की पहचान कर ली गई है। RPF उन पर नजर बनाए हुए है। मामले में सीसीटीवी फुटेज खंगाले जाएंगे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन से 19 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर देश को समर्पित करने वाले थे। यह ट्रेन सिकंदराबाद से विशाखापट्टनम के बीच चलेगी। इस दौरान यह वारंगल, खम्माम, विजयवाड़ा और राजमुंद्री में रुकेगी।
बंगाल में वंदे भारत पर हफ्तेभर में 3 बार पथराव हुआ
पश्चिम बंगाल में वंदे भारत ट्रेन पर रविवार को पथराव हुआ। हफ्तेभर में ट्रेन पर पथराव की यह तीसरी घटना थी। मीडिया रिपोट्स के मुताबिक, बारोसई रेलवे स्टेशन के पास वंदे भारत C14 कम्पार्टमेंट पर पत्थर फेंके गए। इससे खिड़कियों के शीशे टूट गए। इस घटना के चलते ट्रेन को बोलपुर स्टेशन पर काफी देर तक रोकना पड़ा। गनीमत यह रही कि इस पत्थरबाजी में किसी यात्री को कोई चोट नहीं आई।
इससे पहले 2 जनवरी की रात मालदा में वंदे भारत पर पथराव हुआ। पत्थरबाजी कुमारगंज रेलवे स्टेशन के पास हुई। 3 जनवरी को हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी वंदे भारत ट्रेन पर किशनगंज में पत्थरबाजी हुई थी।