
- देहरादून में धर्मांतरण का मामला आया सामने
- धर्मांतरण को लेकर उत्तराखंड सरकार सख्त
- प्रदेश सरकार ने की सख्त कानून बनाने की पैरवी
नई दिल्ली। उत्तराखंड में धर्मांतरण को लेकर प्रदेश सरकार ने सख्त कानून बनाने की पैरवी की है। पिछले दिनों हुई धामी कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को कैबिनेट ने अपनी मंजूरी भी दे दी है। प्रदेश में जबरन धर्मांतरण कराने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए उन्हें 10 साल की सजा का प्रावधान किया जा रहा है। इसी बीच उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भी देश के अन्य हिस्सों की तरह धर्मांतरण का मामला सामने आया है। पुलिस ने कुछ लोगों की सूचना पर ईस्ट कैनाल रोड स्थित एक घर में दबिश दी।
खुद अपनी मर्जी से प्रार्थना करने के लिए आए थे
जहां पर 50 से 60 लोग धर्मांतरण के खेल में लगे हुए थे। पुलिस कई लोगो को उठाकर आराघर चौकी में ले आई और पूछताछ की। हालांकि पकड़े गए लोग कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि वे लोग खुद अपनी मर्जी से प्रार्थना करने के लिए आए थे। वहीं आरोप लगाने वाले कई लोगों ने कहा कि यहां पर काफी दिनों से लोगों का आना जाना था। ये लोग धर्म परिवर्तन की संदिग्ध गतिविधियों में शामिल थे। ये लोग काफी समय से धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं। पुलिस इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा है कि देवभूमि में इस तरह के कृत्य को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो लोग इस तरह के खेल में शामिल हैं, उन्हें बेनकाब किया जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से भी अपील की है कि इस तरह के लोगों को चिन्हित कर दंडित करें।