Unbelievable Story: सच्चाई से परें सोचने पर मजबूर, बकरा देना लगा दूध ?
भारत एक ऐसा देश हैं जहाँ कुछ भी असंभव नहीं हो सकता है। ये बात हम ऐसे ही नहीं कह रहे है। इसके पीछे एक बड़ी वजह भी इन दिनों लोगों के सामने आ रहा है।

नई दिल्ली भारत एक ऐसा देश हैं जहाँ कुछ भी असंभव नहीं हो सकता है। ये बात हम ऐसे ही नहीं कह रहे है। इसके पीछे एक बड़ी वजह भी इन दिनों लोगों के सामने आ रहा है। जिसे सुनकर ये कहना गलत नहीं होगा कि भारत में कुछ भी हो सकता है। जी हां क्या आपने कभी सुना होगा कि बकरी नहीं बकरा भी दूध देता है? जरा हैरान भरी नजरो से सोचिये फिर इसका जवाब दीजिये। जनाब लगभग लोग इसका जवाब ना में ही देंगे। लेकिन, अगर हम कहें कि यह मुमकिन हैं और ऐसा हो भी रहा है , चौकिये मत यह बिल्कुल सच है और इसे आप भी अपनी आँखों से खुद देख सकते है। जी हां एक फार्म के मालिक का दावा है कि उसके कुछ बकरे दूध देते है,और इसके साथ देखते ही देखते कुछ वीडियो तेज़ी से वायरल भी हो रहा है जिसमे साफ़ तौर से देखा जा सकता है कि दावा बिल्कुल सही भी है।
आखिरकार ऐसा कैसे हो सकता है?
हम बात कर रहे है मध्य प्रदेश के बुराहनपुर ज़िले में स्थित एक फार्म हाउस की जहां कुछ बकरे ऐसे हैं, जो वाकई में दूध देते है। बात हैरत की ही है लेकिन सही भी है ,इसलिए इन बकरों को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते है। आपको बता दे कि ये बकरे पूरी तरह से नर प्रजाति के हैं और प्राकृतिक रूप से इनकी शारीरिक बनावट भी नर बकरे की तरह ही है ,लेकिन ये सभी दूध दे रहे हैं, तो सुनने देखने वालों को हैरानी तो हो ही रही है. अब सवाल यह उठता है कि आखिरकार ऐसा कैसे हो सकता है?
जानकारी के मुताबिक सरताज फार्म में सौ से ज़्यादा बकरों के बीच 3 से 4 बकरे ऐसे हैं, जो वाकई में दूध देते है। आपको बता दें कि 15 सालों से सरताज फार्म के मालिक यहाँ बकरी पालन का काम करते है। उन्होंने राजस्थानी नस्ल के बकरे पाले हुए है ,जिनकी डाइट काफी ज्यादा होती है। बता दें कि इन बकरों की शारीरिक बनावट अन्य बकरों की ही तरह है, लेकिन दूध देने के लिहाज़ से कुछ अलग भी है क्योंकि इनके दो थन भी है। जिसके कारण ये बकरे दिन भर में लगभग 250 मिली लीटर तक दूध दे रहे है।
एक्सपर्ट की राय ?
आपको बता दें कि इन बकरों को देखकर आम लोग तो हैरान हैं ही,बल्कि विशेषज्ञ भी कारणों को लेकर इस बारे में हुए शोध और अध्ययनों को खंगाल रहे है। हालांकि स्थानीय डाॅक्टरों का कहना है कि कुछ केसों में ऐसा होता है,इसमें चौकने जैसा कुछ भी नहीं है। पशु चिकित्सों का कहना है कि 100 में से किसी एक बकरे के साथ इस तरह की कंडीशन मिल सकती है । उनके मुताबिक हाॅर्मोनल बदलावों के कारण ऐसा संभव होता ह। किसी खास नस्ल के साथ ही ऐसा हो, यह हमेशा ज़रूरी नही। डॉक्टरों के मुताबिक बकरों ही नहीं, बैल या अन्य जीवों में भी इस तरह के मामले सुनने में आते है।
बहरहाल, डॉक्टरों के मेडिकल रीज़न तो ठीक हैं, लेकिन लोगों के लिए तो ये बकरे अजूबे से कम नहीं है। आपको भी मौका मिले तो सरताज फॉर्म हाउस पर जाकर आप इन बकरों को देख सकते हैं, जो दूध दे रहे है।