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आर्थिक संकट के बीच लुढ़कता जा रहा है पाकिस्तानी करेंसी

आर्थिक संकट (Economic Crisis) से जूझ रहे पाकिस्तान (Pakistan) के हालात बिगड़ते चले जा रहे हैं. देश के लिए हर दिन एक नए नए मुसीबत सामने आ रहे हैं।

आर्थिक संकट (Economic Crisis) से जूझ रहे पाकिस्तान (Pakistan) के हालात बिगड़ते चले जा रहे हैं. देश के लिए हर दिन एक नए नए मुसीबत सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया लगातार गिर रहा है। अब पाकिस्तानी रुपये ने डॉलर के मुकाबले नया रिकॉर्ड बनाया है। सोमवार को डॉलर के मुकाबले पाकिस्तान की करेंसी में 7 रुपये की गिरावट दर्ज की गयी। अब एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया टूटकर 269.63 के नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया है। इसके साथ ही पाकिस्तान ने एशिया में सबसे खराब प्रदर्शन करने का रिकॉर्ड बनाया है।

दरअसल, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी करेंसी में सोमवार को रिकॉर्ड गिरावट आई है। अमेरिकी करेंसी के मुकाबले ये 269.63  रुपये पर पहुंच गया। जिसके बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे रहें। आर्थिक संकट के दौर में पाकिस्तान सरकार का सिरदर्द इसलिए बढ़ गया है क्योंकि पाकिस्तानी रुपये के इस रिकॉर्ड गिरावट पर भी थमने के आसार नहीं दिख रहे हैं।

 पाकिस्तानी रुपया गिरने की वजह

पाकिस्तानी रुपये में रिकॉर्ड गिरावट के पीछे अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) का पाक सरकार से अपना हाथ खींचना बताया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने पाक सरकार से अपना नियंत्रण खत्म कर दिया है और बाजार की शक्तियों को मुद्रा दर निर्धारित करने देने के लिए कहा है। यही वजह है कि आये दिन पाकिस्तान करेंसी में गिरावट देखने को मिल रहा है।

सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी रुपये की गिरती कीमत के बाद यूजर्स ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं लोगों ने सोशल मीडिया पर इसे लेकर कई हैशटैग भी शुरू कर दिए हैं। गौरतलब है कि पाकिस्तान हाल के दिनों में आर्थिक कंगाली से जूझ रहा है। आलम यह है कि यह देश बर्बादी के कगार पर खड़ा है। लोग पाकिस्तान की तुलना श्रीलंका से करने लगे हैं और कहा जाने लगा है कि अगर पाकिस्तान की हालत भी लंका जैसी होती है तो हैरान होने की जरुरत नहीं है।

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