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अब SC,10 जनवरी को सुनाएगी नार्को टेस्ट मसले पर फैसला

आज सुप्रीम कोर्ट (SC)में तीनों आरोपियों के नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट होने थे। लेकिन किन्हीं कारणों से आज इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला टाल दिया।

उत्तराखंड में साल 2022 की सबसे बड़ी घटना अंकिता हत्याकांड एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। बता दें आज सुप्रीम कोर्ट (SC) में तीनों आरोपियों के नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट होने थे। लेकिन किन्हीं कारणों से आज इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट में मसला टल गया। बता दें इस बाबत अभियोजन पक्ष ने कोर्ट से समय मांगा है। जानकारी के मुताबिक मामले में अब 10 जनवरी को फैसला आएगा। एसआईटी की ओर से बीते नौ दिसंबर को अदालत में अर्जी लगाई गई थी जिसमें तीनों आरोपियों से उनकी सहमति मांगी गई थी।

आपको बता दें कि मंगलवार को इस मामले में गोलमोल जवाब मिलने और बहस पूरी होने के बाद कोर्ट ने फैसला अपने पास सुरक्षित रख लिया था। वहीं इस मामले में अदालत को आज 5 जनवरी को नार्को टेस्ट कराने अथवा न कराने पर अपना फैसला सुनाना था। अजय पंत ने बताया कि वह इस केस में अभियोजन पक्ष के साथ हैं और अंकिता के पिता की ओर से पैरवी कर रहे हैं, लेकिन आज फैसला टल गया।

क्या है मामला

पौड़ी निवासी अंकिता भंडारी ,जो एक रिजॉर्ट में काम करती थी,अचानक 18 सितंबर 2022 को संदिग्ध अवस्था में लापता हो गयी थी। जिसके चार दिन बाद पुलिस ने अंकिता भंडारी मामले में हत्या का केस दर्ज कर भाजपा नेता और पूर्व राज्यमंत्री विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य, उसके दोस्त सौरभ और अंकित को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान पता चला कि अंकिता पर एक VIP को स्पेशल सर्विस देने के लिए दबाव बनाया गया था। VIP के बारे में और हत्या से जुड़े कुछ सवालों का जवाब जानने के लिए SIT ने कोर्ट में तीनों आरोपियों का नार्को और पॉलीग्राफिक टेस्ट कराने की अनुमति के लिए अर्जी दी।

इससे पहले 12 दिसंबर को हुई सुनवाई में तीन आरोपियों में से दो सौरभ और पुलकित ने विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नार्को टेस्ट के लिए सहमति दी थी, जबकि तीसरे आरोपी अंकित ने अदालत से 10 दिनों का समय मांगा था। इसके बाद 22 दिसंबर की सुनवाई के दौरान तीनों आरोपियों के वकील अमित ने अदालत के माध्यम से एसआईटी से सवाल किए कि वह टेस्ट चार्जशीट दाखिल करने के बाद करना क्यों चाहती है।

पुलिस ने कोर्ट को इसके जवाब में बताया कि नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट कराना इसलिए जरूरी है, क्योंकि आरोपियों ने वीआईपी गेस्ट की जानकारी छुपाई है। पुलकित के मोबाइल की जानकारी भी नहीं दी जा रही है।

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