Lakhimpur Kheri Murder : सुलझ गया महिला डॉक्टर की हत्या का राज
सदर कोतवाली इलाके में महिला डॉक्टर की हत्या (Lakhimpur Kheri Murder)कर आरोपी पति और अन्य ने चुपचाप हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर जाकर शव का अंतिम संस्कार कर दिया था।

लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri Murder) की सदर कोतवाली इलाके के मोहल्ला बहादुरनगर में महिला डॉक्टर की हत्या कर आरोपी पति और अन्य ने चुपचाप हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर जाकर शव का अंतिम संस्कार कर दिया था । जिसके बाद मामले में आरोपी पति ने थाने पर जाकर गुमशुदगी दर्ज करा दी।
वहीं पुलिस भी गुमशुदगी का मामला समझकर महिला डॉक्टर के मोबाइल लोकेशन को ट्रेस पर लगा दी । लेकिन इससे नाखुश मृतक डॉक्टर के पिता शिवराज शुक्ल निवासी रायपुर थाना ईसानगर ने एसपी से इस बाबत मुलाकात कर बेटी के ससुराल पक्ष पर शक जाहिर की। इसके बाद कोतवाली पुलिस ने पति और ससुर को गिरफ्तार कर हत्याकांड का खुलासा कर दिया।
क्या है पूरा मामला
बता दें मूल रूप से ईसानगर थाना इलाके के रायपुर गांव निवासी शिवराज शुक्ला वर्तमान निवासी सी/4 हाउसिंग कॉलोनी सिविल लाइंस गोंडा ने अपनी पुत्री वंदना की शादी फरवरी 2014 में मोहल्ला बहादुरनगर निवासी गौरीशंकर अवस्थी के पुत्र आशुतोष अवस्थी के साथ की थी। दोनों पति-पत्नी पेशे से डॉक्टर थे।
बताते हैं कि 26 नवंबर 2022 की शाम पांच बजे पति-पत्नी में विवाद हुआ तो पति आशुतोष अवस्थी ने पत्नी वंदना को डंडे से पीटकर धक्का दे दिया। उसके सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
इसके बाद आरोपी आशुतोष अवस्थी और उसके पिता गौरीशंकर अवस्थी ने मिलकर मृतक के शव को घर पर मौजूद बक्से में रख दिया और 27 नवंबर 2022 को रेलवे स्टेशन के पास से एक मेटाडोर और दो मजदूरों को किराए पर लेकर शव को गढ़मुक्तेश्वर ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया।
उधर, मृतक के पिता शिवराज शुक्ला ने 28 नवंबर की रात को अपनी बेटी से बात करनी चाही तो मोबाइल स्विच ऑफ आया। इससे उन्होंने भी दामाद से बात की तो उसने वंदना के घर से चले जाने की बात बताई। इसके बाद मृतक के पति आशुतोष अवस्थी ने 29 नवंबर 2022 को कोतवाली में गुमशुदगी की सूचना दी।
दो दिन बाद पुलिस ने एक दिसंबर को रिपोर्ट दर्ज की। फिर कई दिनों तक वंदना के मोबाइल की लोकेशन ट्रेस करती रही। इसी दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी पिता-पुत्र का भी दो दिन तक मोबाइल बंद रहा था, जिसके बाद पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो मामले की परतें खुलकर सामने आ गईं।
प्रभारी निरीक्षक चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि दोनों पति-पत्नी अपने अस्पताल गौरी चिकित्सालय (जल भवन के पास ग्राम बाजपेयी सीतापुर रोड पर है) पर प्रैक्टिस करते थे। मार्च 2018 में आरोपी आशुतोष अवस्थी छत से गिर गया था, जिससे उसके पीठ की नस दब गई थी।
मृतक ने 2020 में टेस्ट ट्यूब बेबी तकनीक से जुड़वा बच्चों कृष्णा और आराध्या को जन्म दिया था। इसके बाद से पति-पत्नी में आए दिन विवाद होता था। 26 नवंबर 2022 की शाम पांच बजे दोनों में विवाद हुआ था, तभी वारदात को अंजाम दिया गया था।