
JNU को लेकर एक बड़ा विवाद पैदा हो गया है । यूनिवर्सिटी कैंपस में जगह-जगह दीवारों पर जातिसूचक नारे लिखे गए हैं । जेएनयू के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज की दीवारों पर असामाजिक तत्वों ने एक समुदाय के खिलाफ अमर्यांदित नारे लिखे। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने दिल्ली पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई । जिसके बाद दिल्ली पुलिस से इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ IPC की धारा के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच में जुट गई है ।
लेकिन सवाल यही बना हुआ है की हमारा एजुकेशन सिस्टम किस दिशा की तरफ जा रहा है । हमारे भावी युवा किस तरफ जा रहे है, क्योंकि ये सिर्फ आज का मामला नही है, इससे पहले भी हिजाब विवाद को लेकर किस तरीके से उग्र प्रदर्शन हुए थे ये किसी से छुपा हुआ नही है।
JNU प्रशासन ने दिया जांच का आदेश
जेएनयू परिसर के दीवारों पर जाति विशेष को लेकर लिखे गए विवादित टिप्पणी पर कुलपति प्रोफेसर शांतिश्री डी पंडित ने स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज और शिकायत समिति के डीन को मामले की जांच कर जल्द से जल्द रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया है। इसके अलावा यह भी कहा है कि विश्वविद्यालय समानता में विश्वास रखता है, ऐसी घटनाओं को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
JNU छात्र बोले माहौल खराब करने का प्रयास
दीवारों पर लिखी ऐसी टिप्पणी विश्वविद्यालय का माहौल खराब करने का प्रयास है जिसके बाद साथी छात्रों में भी इसको लेकर नाराजगी है। विश्वविद्यालय प्रशासन को जल्द से जल्द इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। अपनी योग्यता के आधार पर छात्र-छात्राओं को यहां प्रवेश मिलता है जिन्हें यहां अच्छे माहौल में पढ़ने का एक बेहतर अवसर प्राप्त होता है। हालांकि शरारती तत्वों द्वारा ऐसा लिखकर यहां के अच्छे माहौल को दूषित करने का प्रयास किया जा रहा है।
वाइस चांसलर ने विद्यार्थियों, कर्मचारियों और शिक्षकों से बात की
इस घटना के बाद एक बयान जारी कर जेएनयू के रजिस्ट्रार रविकेश ने कहा कि वाइस चांसलर ने शुक्रवार को एसआईएस-1 और एसआईएस-2 का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। बयान के अनुसार वाइस चांसलर ने विद्यार्थियों, कर्मचारियों और शिक्षकों के साथ बात की और उनसे सतर्क रहने को कहा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। उन्होंने बताया, ‘‘वाइस चांसलर ने सभी से अपील की कि वह जेएनयू परिसर में समानता और सौहार्द्र के मूल्यों को कायम रखें।’’
जेएनयू के शिक्षकों और छात्रों के संगठनों ने शुक्रवार को विश्वविद्यालय प्रशासन से परिसर में शांति बनाए रखने के लिए मामले की स्वतंत्र एवं पारदर्शी जांच कराने की मांग की। आपको बता दें कि जेएनयू में अक्सर इस तरह की विवादास्पद घटनाएं होती रही हैं। इससे पहले जेएनयू में देश-विरोधी नारे लगाए जाने की घटना सामने आई थी। उस मामले में भी पुलिस ने कार्रवाई की थी।