
राजधानी दिल्ली (Delhi) के भलस्वा डेरी थाना इलाके में हत्या के एक मामले में आरोप के आधार पर पुलिस ने महिला और नाबालिग को पिछले 15 दिनों से गैरकानूनी तरीके से थाने में रखा। परिजनों का कहना अगर किया है कोई अपराध तो थाने में रखने की बजाय पुलिस क्यों नहीं भेज रही जेल। हत्या के एक मामले में 15 दिन पहले पुलिस ने दोनों को लिया था हिरासत में । फिलहाल भलस्वा डेहरी थाना पुलिस पर लगातार लग रहे आरोप पर पुलिस विभाग चुप्पी साधे हुए है।
बता दें भलस्वा डेरी थाना पुलिस एक बार फिर से सवालों के घेरे में आ चुका है। जानकारी के मुताबिक इस बार आरोप लग रहा है कि पुलिस ने 16 साल के एक नाबालिग लड़के और 30 वर्षीय एक महिला को 15 दिन पहले हत्या के आरोप में पकड़ लिया था। जिसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश नहीं किया गया बल्कि थाने में ही 15 दिनों से रखा जा रहा है। उनसे मारपीट कर पूछताछ की जा रही है।
दरअसल पूरा मामला एक हत्या से जुड़ा हुआ है। बांसवाड़ा थाना इलाके में एक व्यक्ति की हत्या की गई थी पुलिस को शक है कि इस हत्या के पीछे इन दोनों का हाथ है यही वजह है कि पुलिस ने शक के बिना पर दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। लेकिन उन्हें कोर्ट में पेश करने की बजाय थाने में ही रखा हुआ है। इन दोनों की गिरफ्तारी तक नहीं दिखाई गई हैं। अब आरोप लग रहे हैं कि कानून के जानकार और कानून की रक्षा करने वाले ही खुद कानून हाथ में लेकर उसका उल्लंघन कर रहे हैं और परिवार का कहना है कि जब कानून के रखवाले मतलब कि कानून के रक्षक ही कानून के भक्षक बन जाएंगे तो वह अपनी शिकायत को लेकर कहां जाएं। परिजन जब मांग कर रहे हैं कि अगर उनके रिश्तेदारों ने कोई गुनाह किया है तो उन्हें जेल भेजना चाहिए। ऐसे में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल यह उठता है कि आखिरकार आरोपियों को गैरकानूनी तरीके से थाने में रखकर प्रताड़ना क्यों दी जा रही है।