Ashram Flyover: आश्रम फ्लाईओवर से आने वाले हो जाएं तैयार!
अगर आप भी दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद जाने के लिए आश्रम फ्लाइ ओवर (Ashram Flyover) का इस्तेमाल करते है तो आपके लिए यह फ्लाइओवर अब परेशानी का शबब भी बन सकता है।

अगर आप भी आश्रम फ्लाइओवर (Ashram Flyover) का इस्तेमाल करते है तो आपके लिए यह खबर बड़े काम की हो सकती है। जी हां अगर आप भी दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद जाने के लिए आश्रम फ्लाइओवर का ही इस्तेमाल करते है तो आपके लिए यह फ्लाइओवर अब परेशानी का शबब भी बन सकता है । क्योंकि कम से कम डेढ़ महीने तक इधर भारी जाम से लोगों को दो-चार होना पड़ेगा।
बताते चले कि पीडब्ल्यूडी अगले हफ्ते से आश्रम फ्लाइओवर (Ashram Flyover) का एक्सटेंशन वर्क शुरू करने की तैयारी में है। जिसके लिए दोनों कैरिजवे पर ट्रैफिक रोक दिया जाएगा। अधिकारियों की माने तो , दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने अस्थायी रूप से फ्लाइओवर बंद करने की इजाजत दे दी है। जिसके बाद लगभग 25 दिसंबर के बाद कभी भी यहां काम शुरू हो सकता है।
जानकारी के अनुसार एक्सटेंशन पूरा होने में लगभग फरवरी 2023 के दूसरे हफ्ते तक का वक्त भी लग सकता है। वहीं पुलिस ने PWD को काम पूरा करने के लिए 45 दिन का समय दिया है।
वहीं अगर हम पीक ऑवर्स की बात करें तो कम से कम आश्रम चौक से हर रोज लगभग 3-4 लाख गाड़ियां गुजरती हैं।ऐसे में अगर आश्रम फ्लाइओवर (Ashram Flyover) बंद हुआ तो बारापूला फ्लाइओवर, कालिंदी कुंज, मथुरा रोड और ITO पर ट्रैफिक का दबाव खासा बढ़ जाएगा। थोड़ी राहत देने के लिए स्लिप रोड्स से ट्रैफिक मूवमेंट की अनुमति रहेगी।
वहीं अगर हम इस प्रोजेक्ट को देखे तो लगभग इस प्रोजेक्ट को PWD काफी वक्त से तैयार करने में लगा है। इस प्रोजेक्ट में आश्रम फ्लाइओवर (Ashram Flyover) को बढ़ाकर इसे दिल्ली-नोएडा डायरेक्ट फ्लाइवे से जोड़ने का प्लान है। इस प्रोजेक्ट को फाइनल इंटीग्रेशन के लिए नवंबर की डेडलाइन भी दी गयी थी ।लेकिन अब अधिकारियों ने इसे जनवरी के आखिरी तक काम पूरा होने की उम्मीद जताई है।
ट्रैफिक कंट्रोल के लिए क्या इंतजाम?
दिल्ली सरकार ने इसी साल आश्रम चौक पर अंडरपास पूरा किया है। ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि वे नोडल एजेंसी के संपर्क में हैं। ट्रैफिक फ्लो को आसान बनाने के लिए कदमों पर चर्चा हो रही है। स्लिप रोड्स से ट्रैफिक गुजरने की इजाजत होगी। ट्रैफिक पुलिस ने आश्रम फ्लाइओवर के दोनों तरफ सड़कों की री-कारपेटिंग का सुझाव दिया है इससे वाहनों की आवाजाही स्मूद हो सकती है। कुछ और उपायों पर भी डिस्कशन हो रहा है।