
दिल्ली। भारत के गृह मंत्री अमित शाह आज अपना 58वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें ट्वीट कर बधाई दी है। इसके साथ ही बीजेपी के ट्विटर हैंडल से भी उनके जन्मदिन पर एक वीडियो जारी किया गया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘अमित शाह को जन्मदिन की बधाई! भारत के गृह मंत्री के रूप में वह हमारे देश की प्रगति के लिए कई प्रयास कर रहे हैं। वह महत्वपूर्ण सहकारिता क्षेत्र में सुधार के लिए भी सराहनीय कार्य कर रहे हैं। वह हमारे राष्ट्र की सेवा में एक लंबा और स्वस्थ जीवन व्यतीत करें।’
इन नेताओं ने दी शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर केंद्रीय संगठन और प्रदेश संगठनों के नेताओं ने उनकी दीर्घायु की कामना करते हुए जन्मदिन की बधाई दी है।साथ ही केंद्रीय मंत्रियों नितिन गडकरी और भूपेंद्र यादव ने भी गृह मंत्री को जन्मदिन की बधाई दी। इसी क्रम में राजस्थान के तमाम वरिष्ठ नेताओं ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से केंद्रीय मंत्री अमित शाह को शुभकामनाएं दी हैं।
प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने जहां शाह को जन्मदिन की शुभकामनाओं के साथ स्वस्थ रहने और दीर्घायु की ईश्वर से कामना की है, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने भी शुभकामना संदेश जारी है।
अमित शाह का राजनीतिक सफर
अमित शाह का जन्म साल 1964 में महाराष्ट्र के एक गुजराती परिवार में हुआ था। साल 1983 से उनके राजनीति काल की शुरूआत मानी जाती है क्योंकि इसी साल वे आरएसएस (RSS) से जुड़े और अपने कॉलेज के दिनों से ही राजनीति में आने का फैसला लिया था और साल 1983 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ने का मौका मिला, बाद में साल 1986 में यह बीजेपी पार्टी में भी शामिल हो गए। इन्होंने पार्टी के लिए प्रचार-प्रसार करना शुरू किया।
इनको 1997 में पार्टी की ओर से विधान सभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया गया था। जिसके बाद उन्होंने गुजरात की सरखेज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, जिसके बाद उन्हें तीन बार यहां से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में अमित शाह ने अपनी पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए प्रचार प्रसार किया था। इन चुनावों में अपनी पार्टी की शानदार जीत भी दिलवाई थी।
अपनी चुनावी रणनीति के कारण उन्होंने बीजेपी को जीत दिलाई फिर बीजेपी इसका तोहफा उन्हें 2014 में पार्टी के अध्यक्ष पद के रूप में दिया। उनकी चुनावी रणनीति की वजह से ही उनकी अध्यक्षता में कई बड़े राज्यों में बीजेपी ने जीत हासिल की और साल 2016 में एक बार फिर उन्हें दोबारा इस पद के लिए चुना गया था, लेकिन साल 2019 में लोकसभा चुनाव जीतने के बाद नरेंद्र मोदी के नए कैबिनेट मिनिस्टर में अमित शाह को गृह मंत्री का कार्यभार सौंपा था।
अमित शाह के बड़े फैसले
- जम्मू कश्मीर से धारा 370 को खत्म करवाना देश के लिए बड़ा फैसला है अब भारत जम्मू-कश्मीर भी भारत का मुख्य हिस्सा है। 370 खत्म होने के बाद जम्मू कश्मीर के लिए नए नियम बनाए गए हैं।
- एनआरसी (NRC) का मुद्दा- देश में अनऑफिशियल तरीके से रह रहे बांग्लादेशियों को भारत से बाहर खदेड़ना एनआरसी के तहत किया गया था। इस फैसले के बाद देश में कई हम बड़े हंगामे और धरना हुई थी।
- नक्सलवादी का मुद्दा – भारत के कुछ ऐसे राज्य हैं जहां पर नक्सलवाद को लेकर नागरिक परेशान हैं जिनमें से एक है छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ में एक बहुत बड़ा धमाका हुआ था जो नक्सलवादियों द्वारा किया गया था जिसके बाद अमित शाह ने नक्सलवादियों को लेकर बड़ा फैसला लिया है।