44 साल के माफिया इतिहास में पहली बार अतीक को सजा,14 गवाहों ने पलटी जुबान तो 4 केसों में सरकार ने राहत दी,12 मामलों में ट्रायल ही नहीं हो रहा था

1979 से क्राइम के सरताज रहे माफिया अतीक अहमद को 44 साल बाद पहली सजा हुई और पहली ही सजा में क्राइम किंग उम्र भर के लिए जेल का मेहमान हो गया , उस पर 101 मुकदमे दर्ज हैं, इनमें से करीब 50 केस कोर्ट में चल रहे हैं प्रयागराज की MP-MLA कोर्ट ने माफिया अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा सुनाई .उमेश पाल अपहरण केस 17 साल पुराने मामले में इस सजा का ऐलान हुआ .अतीक गैंग पर पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार 101 मुकदमे दर्ज हैं . जिसमें अतीक को दोषी ठहराये जाने का यह पहला मामला है जिसमे उसे सजा का ऐलान हुआ है .
इसके बाद भी वो कौन से कारण रहे कि इतना बड़ा माफिया इतिहास होने पर भी अतीक को कानून की रडार में आने में इतने साल लग गये
पहली सजा में इतना समय इसलिए लगा, क्योंकि अतीक और उसकी गैंग के खिलाफ दर्ज ज्यादातर मुकदमों में गवाह मुकर गये अतीक के खिलाफ दर्ज 14 मुकदमों में गवाहों ने पलटी मार दी तो 4 मुकदमों को तो राज्य सरकार ने ही मेहरबानी कर वापस ले लिया ,उसके खिलाफ दर्ज 12 मुकदमों में ट्रायल ही नहीं हो पा रहा था .
अब क्राइम किंग अतीक की कुंडली के बारे में बताते हैं
- साल 1979 में 17 साल का अतीक 10वीं कक्षा में फेल हो गया
- उसके बाद लूट, अपहरण और रंगदारी वसूलने जैसी वारदातों को अंजाम देने लगा
- करीब 17 साल की उम्र में अतीक पर 1979 में हत्या का पहला मुकदमा दर्ज हुआ
- खौफ बढ़ने लगा तो उसे बड़े-बड़े सरकारी ठेके मिलने लगे
- बाहुबली चांद बाबा का विरोधी बनकर उभरा और पुलिस उसे शह देने लगी
- 7 सालों में अतीक चांद बाबा से भी ज्यादा खतरनाक हो गया
- अब वही पुलिस उसे दिन-रात तलाशने में जुट गई
- एक दिन अतीक पुलिस के हत्थे चढ़ गया
- अतीक की गिरफ्तारी के बाद उसे छुड़ाने के लिए दिल्ली से फोन आया – सूत्र
- साल 1989: अतीक विधायक बना, चांद बाबा की दिनदहाड़े हत्या हो गई
- पूरे पूर्वांचल में उसकी दहशत
- साल 1991: खौफ इतना कि नेता पश्चिमी सीट का टिकट लेने से मना करने लगे
- साल 1991 और 1993 में भी अतीक निर्दलीय चुनाव जीता
- साल 1995 में लखनऊ के चर्चित गेस्ट हाउस कांड में भी अतीक का नाम सामने आया
- साल 1996 में सपा के टिकट पर विधायक बना
- साल 1999 में अपना दल के टिकट पर प्रतापगढ़ से चुनाव लड़ा और हार गया
- फिर 2002 में अपनी पुरानी इलाहाबाद पश्चिमी सीट से 5वीं बार विधायक बना
- साल 2002: हथियारों और विदेशी गाड़ियों का शौकीन रहा
- साल 2002 में अतीक पर नस्सन की हत्या का आरोप लगा
- साल 2003 में वापस सपा में शामिल हो गया
- साल 2004 में मुरली मनोहर जोशी के करीबी भाजपा नेता अशरफ की हत्या में नाम आया
- लगातार हमले में नाम आने से डॉन के नाम से जाना जाने लगा
- साल 2004 में देश में लोकसभा के चुनाव हुए
- अहमद फूलपुर लोकसभा से ही सांसदी का चुनाव जीत गया
- शहर पश्चिमी विधायक की कुर्सी खाली हो गई
- अतीक अपने छोटे भाई अशरफ को वहां से विधायक बनाना चाहता था
- अतीक के खास रहे राजू पाल ने भी बसपा के टिकट पर विधायकी लड़ने का ऐलान कर दिया
- राजू पाल ने अशरफ को हरा दिया
- इसी जीत के साथ राजू पाल अतीक का दुश्मन बन गया
- 3 महीने बाद 15 जनवरी 2005 में राजू पाल ने पूजा पाल से शादी कर ली
- शादी के ठीक 10 दिन बाद 25 जनवरी 2005 में 19 गोलियां मारकर राजू पाल की हत्या कर दी गई
- राजू पाल की हत्या के बाद उस वक्त के सपा सांसद अतीक अहमद, उनके भाई अशरफ, फरहान, रंजीत पाल, आबिद, गुफरान के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज
- राजू की हत्या के बाद उपचुनाव में अतीक का भाई विधायक बन गया
- फिर साल 2007 और 2012 में उसी सीट से राजू की पत्नी पूजा ने चुनाव जीता
- हालांकि 2017 में वो चुनाव हार गईं
- 7 साल बाद भी राजू पाल हत्याकांड पर फैसला नहीं आया है
- आखिरी गवाह रहे पूजा पाल के चचेरे भाई उमेश पाल की भी हत्या कर दी गई
- राजू पाल हत्याकांड के बाद अतीक के बुरे दिन शुरू हो गए
- साल 2007: मायावती ने अतीक का जीना मुश्किल कर दिया
- CM बनते ही मायावती ने ऑपरेशन अतीक शुरू किया
- 20 हजार का इनाम रख कर अतीक को मोस्ट वांटेड घोषित किया गया
- अतीक की करोड़ों की संपत्ति सीज कर दी गई। ईमारतें गिरा दी गईं
- खास प्रोजेक्ट अलीना सिटी को अवैध घोषित करते हुए ध्वस्त कर दिया गया
- 100 से ज्यादा मुकदमे दर्ज कराए गए
- अतीक के गैंग को पुलिस ने IS- 227 नाम दिया
- उस वक्त अतीक की गैंग में 120 से ज्यादा सदस्य थे
- इन दिनों सांसद रहते हुए अतीक फरार रहा
- एक दिन दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया, “हमने अतीक को गिरफ्तार कर लिया
- साल 2012 में यूपी विधानसभा चुनाव हुए,अतीक ने जेल के अंदर से पर्चा भरा
- इलाहाबाद हाईकोर्ट में जमानत की अर्जी लगाई
- हाईकोर्ट के 10 जजों ने इसकी सुनवाई से खुद को अलग कर लिया
- एक जज सुनवाई के लिए राजी हुए। अतीक को जमानत मिल गई
- इस बार अतीक खुद राजू पाल की पत्नी के खिलाफ चुनाव लड़ा , लेकिन फिर जीत नहीं पाया
- राज्य में सपा सरकार बन गई
- अतीक ने फिर अपनी हनक बनाने की कोशिश की
- इसी बीच उस पर इलाहाबाद के कसारी-मसारी इलाके में कब्रिस्तान की जमीन कब्जाने का आरोप लगा
- पूजा पाल से चुनाव हारने के बाद अतीक सपा के टिकट पर श्रावस्ती से चुनाव लड़ा, हार गया
- दिसंबर 2016 में मुलायम सिंह ने अतीक को कानपुर कैंट से टिकट दिया
- 60 समर्थकों पर इलाहाबाद के शियाट्स कॉलेज में तोड़फोड़ और मारपीट का आरोप लगा
- उसने कॉलेज के अधिकारियों को भी धमकाया। वीडियो वायरल हो गया
- 2016 में मुलायम सिंह ने अतीक को कानपुर कैंट से टिकट दिया
- 22 दिसंबर को अतीक 500 गाड़ियों के काफिले के साथ कानपुर पहुंचा। खुद ‘हमर’ पर सवार था
- हमर कार, जिसकी कीमत उस समय 8 करोड़ बताई गई थी
- इसी बीच पार्टी का अध्यक्ष अखिलेश यादव बने
- अतीक को पार्टी से बाहर निकाल दिया
- शियाट्स कॉलेज मामले में हाईकोर्ट ने अतीक को गिरफ्तार करने के आदेश दे दिए
- फरवरी 2017 में अतीक को गिरफ्तार कर लिया गया
- हाईकोर्ट ने सारे मामलों में उसकी जमानत कैंसिल कर दी
- इसके बाद से अब तक अतीक जेल में ही है
- साल 2017 में यूपी के नए सीएम योगी आदित्यनाथ बने
- फूलपुर सीट से सांसद रहे केशव प्रसाद मौर्य डिप्टी सीएम बनें
- सीट पर उपचुनाव की घोषणा हुई
- जेल में बैठे अतीक अहमद ने निर्दलीय चुनाव का फॉर्म भर दिया
- हालांकि फिर से हार मिली
- 2019 के आम चुनाव में जेल से ही वाराणसी सीट पर मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ा
- इस बार फिर जमानत जब्त हो गई
- योगी के CM बनते ही मारियाडीह डबल मर्डर की जांच शुरू हुई
- पुलिस ने अतीक और उसके भाई समेत अन्य लोगों को हत्या का आरोपी बनाया
- दरअसल, 25 सितंबर 2015 को आबिद प्रधान की चचेरी बहन अल्कमा और ड्राइवर सुरजीत की गाड़ी पर गोली बरसाई गई थीं। उनकी हत्या कर दी गई थी
- कम्मू और जाबिर नाम के दो भाइयों पर आरोप लगा . दोनों अतीक के साथ काम करते थे।
- इसके बाद उसने अपनी गैंग बनाई जिसे IS- 227 नाम दिया
- आज इस गैंग के 34 शूटर नामजद हैं
- इसके बाद से लेकर अब तक अतीक की 1600 करोड़ रुपए से ज्यादा की गैर कानूनी संपत्तियों पर बुलडोजर चल चुका है
- अवैध संपत्तियों पर लगातार कार्रवाई जारी है
- अतीक का भाई अशरफ भी मरियाडीह डबल मर्डर मामले में जेल में बंद है
- अतीक के 4 बेटे हैं, दो नाबालिग हैं 2 पर रंगदारी वसूलने और किडनैपिंग के मुकदमे चल रहे हैं, इन 2 में से 1 जेल में बंद है।
- अतीक के बड़े बेटे उमर ने 26 दिसंबर 2018 को अपने पिता के कारोबारी दोस्त रहे मोहित जायसवाल को किडनैप किया
- देवरिया जेल ले जाकर उसकी पिटाई की ,कोरे कागज पर दस्तखत कराए
- पूरी घटना का वीडियो बनाकर वायरल किया गया, ताकि दहशत बनी रहे।
- । मोहित जायसवाल ने अतीक समेत उसके बेटों पर FIR दर्ज कराई थी
- सरकार ने उमर पर 2 लाख का इनाम रखा
- कुछ दिन बाद उमर ने सरेंडर कर दिया
- अतीक के दूसरे बेटे अली पर भी एक प्रॉपर्टी डीलर से 5 करोड़ की रंगदारी मांगने और हत्या की कोशिश के मुकदमे दर्ज हैं
- अली जमानत पर बाहर है
- जेल में रहते हुए भी अतीक वारदातों को अंजाम दे रहा था
- लगातार मुकदमे दर्ज हो रहे थे। बाहर उसके बेटों के साथ पूरा गैंग एक्टिव था
- 23 अप्रैल 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को फटकार लगाते हुए आदेश दिया कि अतीक को यूपी से बाहर किसी जेल में शिफ्ट किया जाए
- इसके बाद यूपी सरकार ने 3 जून 2019 को उसे अहमदाबाद की साबरमती जेल में शिफ्ट कराया
- अतीक के खिलाफ अब तक 250 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हो चुके हैं
- इनमें मायावती सरकार में एक ही दिन में दर्ज किए गए 100 से ज्यादा मुकदमे भी शामिल हैं
- बाद में इन्हें हाईकोर्ट के आदेश पर स्पंज कर दिया गया था
- बड़ी संख्या में उसके मुकदमे वापस लिए जा चुके हैं, जबकि सबूतों और गवाहों के अभाव में तमाम मुकदमों में वह बरी हो चुका है
- मौजूदा समय में भी अतीक के खिलाफ 53 मुकदमे एक्टिव हैं। इनमें 42 मुकदमे कोर्ट में पेंडिंग हैं
- 11 मामलों में अभी जांच पूरी नहीं हो सकी है
- अतीक अहमद के खिलाफ उत्तर प्रदेश के लखनऊ, कौशाम्बी, चित्रकूट, प्रयागराज ही नहीं बल्कि बिहार राज्य में भी हत्या, अपहरण, जबरन वसूली आदि के मामले दर्ज हैं
- अतीक के खिलाफ 17 धारा 302, 12 गैंगस्टर एक्ट, 8 आर्म्स एक्ट और 4 गुंडा एक्ट के मामले में दर्ज हैं
- अतीक की पत्नी के खिलाफ भी 25 हजार का इनाम घोषित हो चुका है। वहीं, उसके दो नाबालिग बेटे भी उमेश पाल हत्या कांड के बाद पुलिस की रडार पर हैं
- अतीक गैंग पर पिछले दिनों योगी सरकार का बुलडोजर भी जमकर चला है। पुलिस ने गैंग के 14 सदस्यों को गिरफ्तार करते हुए गुंडा एक्ट में कार्रवाई की। वहीं 22 की हिस्ट्रीशीट खुली और दो गुर्गों को जिला बदर किया गया।
-
पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत अब तक 415 करोड़ की संपत्ति जब्त की है। 68 शस्त्र लाइसेंस भी रद्द कर दिए। यही नहीं, 751 करोड़ रुपए की अवैध संपत्तियों को भी जमींदोज किया गया है।
- 24 फरवरी 2023 :
धूमनगंज के जयंतीपुर में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की गोली मारकर दिनदहाड़े हत्या कर दी गई - 25 फरवरी : अतीक, अशरफ, शाइस्ता, अतीक के बेटों, गुलाम, साबिर समेत 9 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया। घटना में इस्तेमाल कार चकिया से बरामद हुई
- 26 फरवरी : गोरखपुर से सदाकात खान पकड़ा गया। इसके मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल के कमरे में ही हत्याकांड की पूरी रणनीति बनाई गई थी।
- 27 फरवरी : हत्याकांड में शूटर जिस कार में बैठकर घटनास्थल तक गए थे, उसे चलाने वाले अरबाज को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया।
- 28 फरवरी : ईट ऑन के मालिक नफीस अहमद को पुलिस ने पकड़ा। हत्या में शामिल क्रेटा नफीस की ही थी।
- 01 मार्च : शाइस्ता चकिया के जिस घर में रहती थी, पुलिस ने उसे ध्वस्त करा दिया। यह घर जफर अहमद का था।
- 02 मार्च : हत्याकांड में घायल गनर राघवेंद्र की SGPGI में मौत हो गई। 60 फीट रोड पर सफदर के मकान पर बुलडोजर चला। वह अतीक का करीबी था।
- 03 मार्च : PDA ने पुरामुफ्ती के असरौली में मासूकउद्दीन के घर को जमींदोज किया गया। यह अतीक का फाइनेंसर बताया जा रहा है।
- 05 मार्च: यूपी पुलिस ने हत्याकांड के पांच आरोपियों पर इनाम राशि पचास हजार से बढ़ाकर ढाई-ढाई लाख कर दी थी। इनमें अतीक का बेटा असद, गुडूड मुस्लिम, गुलाम, साबिर और अरमान शामिल हैं।
- 06 मार्च: उमेश पाल हत्याकांड में पहली गोली मारने के आरोपी विजय चौधरी उर्फ उस्मान को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर किया।
- फिलहाल अतीक अहमद को उमेश पाल की किडनैपिंग मामले में उम्रकैद की सजा हुई है
- उमेश पाल के मर्डर में भी वह आरोपी है
- सजा के आधार पर अतीक अगले 14 साल तक जेल में ही रहेगा
- उस वक्त उसकी उम्र 75 साल हो जाएगी। अगले 6 महीने में भी कुछ मामलों में फैसले आने हैं